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Adarsh Kumar Jha

Romance

3  

Adarsh Kumar Jha

Romance

बस कोई मिल गया

बस कोई मिल गया

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तेरी राहों में चलने को, 

एक राही मिल गया 

साथ निभाने को, 


सच्चा साथी मिल गया 

तुझे पाकर लगा डूबते को, 

सहारा मिल गया


मेरी प्यार की कश्ती को, 

तेरा किनारा मिल गया 

अंजानों की भीड़ में, 


कोई जाना पहचाना मिल गया 

ढूंढ रहा था जिसे अर्सों से, 

मुझे वो खजाना मिल गया। 


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