बरसो का सपना
बरसो का सपना
बरसो पहले देखा था एक सपना,
दिखाना है सच करके वो अपना।
पीढ़ी दर पीढ़ी युग आगे बढ़ा है,
हिन्दुस्तान ने आज आसमान छुआ है।
न कोई जानता था पहले क्या है यंत्र,
आज बनने लगे हैं मानव यंत्र।
हर किसी को मदद कर आगे बढ़ेंगे,
कल तक स्कूल में आज आसमान में पढ़ेंगे।
चलती रहेगी तकनीक युगों युगों तक,
हिन्दुस्तान फैलेगा दुनिया के कोने कोने तक।
बरसो का है यह सपना,
साकार करेगा भारत का बच्चा अपना।
