बलिदान
बलिदान
पता नहीं क्या बात है,
मेरे दिल में जो ये
लब्ज़ बयाँ नहीं कर पाता।
पर जो भी है इश्क़ तो नहीं,
मेय बी उससे भी कुछ जादा।
पता नहीं क्या बात है,
मेरे दिल में जो ये
लब्ज़ बयाँ नहीं कर पाता।
पर जो भी है इश्क़ तो नहीं,
मेय बी उससे भी कुछ जादा।