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Surendra kumar singh

Inspirational

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Surendra kumar singh

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भोर का सपना

भोर का सपना

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भोर में आये हुये

एक सपने की तरह

सच हो तुम हमारे भीतर।

कितना अच्छा लग रहा है

तुम्हारा हमे

मनुष्य बने रहने का सन्देश।

कितना अच्छा लग रहा है

मनुष्य बने रहने की कोशिश में

अपने ही परिवेश के

जज्बाती परिवेश से भिन्न

जज्बात की ज़मीन पर खड़ा होने के

लिए चलता हुआ

आज का ये महाभारत।


शायद युद्धों के इतिहास का

सबसे दुर्धर्ष युद्ध है ये

सबसे खतरनाक युद्ध है ये

सबसे जरूरी युद्ध है

और इस युद्ध में मनुष्य की विजय

सुनिश्चित करते हुए

भोर में आये हुए सपने की तरह

तुम्हारा जीवन में आना

और जीवन की तरह सक्रिय होना

कितना अच्छा लग रहा है

जीवन प्रभु।


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