बहना आई
बहना आई
बहना आई देखो बहना आई--
आई देखो बहना देखो आई
प्यार कि सौगात लिए आई।।
रिश्तो जीवन संस्कार लिए आई
भाई की खुशियों का आशीर्वाद
लिए आई।।
आई देखो बहना देखो आई
प्यार का सौगात लिए आई।।
बचपन की यादों वादों का
मान सम्मान लिए आई
जाने कितने गीले शिकवों
का सत्कार लिए आई।।
आई देखो बहना देखो आई
प्यार का सौगात लिए आई।।
कच्चे धागे कि बंधन और
प्रतिज्ञा भाई बहन संसार
लिए आई ।
भाई का शुभ मंगल
गान लिए आई।।
आई देखो बहना देखो आई
प्यार का सौगात लिए आई।।
आशा अभिलाषा भाव
लिए आई भाई कि शक्ति का
वरदान लिए आई ।।
आई देखो बहना देखो आई
प्यार का सौगात लिए आई।।
रोली टिका रक्षा का विजयी
मुस्कान लिए आई।
आई देखो बहना देखो आई
प्यार का सौगात लिए आई।।
छोटी बड़ी नही बहना
वंदनीय वंध्या ही है बहना
जीवन रिश्तो का आकर्षण
अभिमान लिए आई।।
आई देखो बहना देखो आई
प्यार का सौगात लिए आई।।
नन्दलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर गोरखपुर उत्तर प्रदेश!!
