भारतमाता
भारतमाता
देशप्रेम के एक - एक धागे सिले है।
वहाँ मेरी भारत माँ के लिए..
मेरा दिल भी जले हैं।।
मैं देशभक्त मनमौजी कभी मेरे होंठों से मुस्कुराहटें के छल्ले
तो कभी..
मेरी बंदूक की गोलियाँ..
दुश्मनों के छाती पे तांडव करती है
जब माँ विदाई में बेटा कहती हैं,
ओर भेजती हैं।
भूल तो जाती है माँ..
थोड़ा आँखों में काजल लगाने में
कहीं मेरे बेटा को नजर न लग जाये
मेरे माथे पे चुंबन करने में
छोड़ो तुम वो बातें
मेरे माथे पे सरहद की माटी ही सही
वो काजल तो नहीं लगाया माँ ने
पर वो कड़वी बातें तो सही
जो मुझसे कहा करती थी
तुम अपना रास्ता भूल मत जाना
अगर एक गोली लगे तो मुस्कुरा देना
ओर सैकड़ों लगे तो...
आँखों में आँसू दबा के मुझे भूल जाना!