भारत
भारत
जो माँगे सर्व का कल्याण,
वो संस्कृति भारत की ही है।
जो चाहे सब का ही साथ,
वो मनोवृति भारत की ही है।
दुनिया को सभी व्यापारी,
बस बाजार समझते हैं।
जो माने वसुधा को परिवार,
वो प्रकृति भारत की ही है।।
जो माँगे सर्व का कल्याण,
वो संस्कृति भारत की ही है।
जो चाहे सब का ही साथ,
वो मनोवृति भारत की ही है।
दुनिया को सभी व्यापारी,
बस बाजार समझते हैं।
जो माने वसुधा को परिवार,
वो प्रकृति भारत की ही है।।