Uttra Sharma

Abstract

4  

Uttra Sharma

Abstract

भारत वर्ष

भारत वर्ष

1 min
287


अपने भारत वर्ष की 

ऐसी तस्वीर बनाऊँ मैं ।

यहाँ कोई बिमार न हो।

कोई भी लाचार न हो।

भूख से न कोई मरे।

सभी भरपेट भोजन करें।

आधार लिंक बैंक खाते हुए।


बिचोलगिरी खत्म हुई।

अपने देश को मैं भ्रष्टाचार 

मुक्त करूं।अपने भारत वर्ष 

की ऐसी तस्वीर बनाऊँ मैं।


देश मेरा समृद्ध हो।

कोई मार्ग न अवरुद्ध हो।

अपने देश को फिर से

सोने की चिड़िया बनाऊँ मैं।

इरादे मेरे अटल हैं।

योजनाएं मेरी सफल हैं।


शत्रु हुआ विकल है।

जयचंदों को उन्हीं के घर

में किया बंद है।

कन्या हित में कई

फैसले करूं न कोई 

बेटी के जन्म पर दुखी हो।


मजदूर-किसान न कर्ज मंद हों।

सभी को मिले आसरा

सिर पे पक्की छत्त हो।

पक्का मकान दूं बना

अपने भारत वर्ष की

ऐसी तस्वीर बनाऊँ मैं।।

जयहिंद वंदेमातरम भारत माता की जय।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Abstract