भारत की न्यारी महिमा (गीत)
भारत की न्यारी महिमा (गीत)
भारत की न्यारी महिमा को, लोग देखने आते हैं,
संस्कारों की फुलवारी में, फूल खिले मन भाते हैं।
प्रेम ,समर्पण ,सहनशीलता , से दुश्मन को मारा है,
मानवता का पाठ पढ़ाता, मेरा भारत प्यारा है,
भारत की गौरव गाथा के, गीत सभी मिल गाते हैं।
संस्कारों की फुलवारी में, फूल खिले मन भाते हैं.......
धर्म-जाति भाषा के झगड़ों, ने बांटे इन्साँ सारे,
पश्चिम की संस्कृति में हमने भुला दिए रिश्ते प्यारे
भारत में रिश्तों की खातिर ,अपनी जान लुटाते हैं।
संस्कारों की फुलवारी में, फूल खिले मन भाते हैं.....
वीरों को सम्मान मिले औ पूजा जाता नारी को,
आओ मिलकर दूर करें हम, निर्धनता लाचारी को,
वैर भुलाकर मन के सारे दिन गणतंत्र मनाते हैं।।
भारत की न्यारी महिमा को लोग देखने आते हैं,
संस्कारों की फुलवारी में, फूल खिले मन भाते है।