भारत भूमि
भारत भूमि
हिन्दू को न हिन्दू कहना,
मुस्लिम को न मुस्लिम कहना,
सिक्ख को न सिक्ख कहना,
ईसाई को न ईसाई कहना,
अपना धर्म उससे भी बड़ा है
मानव हूँ, ‘मानवता’ धर्म है।
हिन्दू को न हिन्दू कहना,
मुस्लिम को न मुस्लिम कहना,
सिक्ख को न सिक्ख कहना,
ईसाई को न ईसाई कहना,
हम हैं भारत के निवासी
हमको कहना ‘भारतवासी’।
भारत माँ तेरी गोद में जन्मा
माँ तुझमें ही सो जाऊँगा।
न मरूँगा, न मिटूँगा
तुझमें ही माँ मिल जाऊँगा।
ऐ सुनो ! ओ भारतवासीऽ..
माँ के लिए कुछ कर जाओ,
तन तू माँ गी गोद में
गगन में नाम सजा जाओ।
अमर जवान’ कहेगी दुनिया
दिल में तेरी याद रहेगी।
बलिदान तेरा न जाएगा खाली
फल उसका भारत-भूमि चखेगी।