STORYMIRROR

J P Raghuwanshi

Inspirational

3  

J P Raghuwanshi

Inspirational

"बेटियां"

"बेटियां"

1 min
335

बेटियां दोनों कुलों का श्रृंगार है।

माता-पिता के जीवन में सचमुच लाती बहार है।


जब ठुमुक-ठुमुक अंगना में चलती,

दिन भर की सब हरारत हरती।

रोशन कर देती है, कण-कण,

होती है करुणा की मूरत,

अद्भुत और बेमिसाल है।


त्यौहारों पर घर को सजाती,

अन्नपूर्णा वे बन जाती।

लोटा भर पानी भर लाती,

पिता के जीवन की सार है।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Inspirational