बेटी बचाओ
बेटी बचाओ
बेटी का पालन करना ही,
कर्म बड़ा सब कर्मों से।
सम्मान बड़ा है बेटी का,
सदा सभी इन धर्मों से।।
जो सकल जगत की है जननी,
मान न उसका होता है।
क्यों आज सुता की चिन्ता में,
हृदय पिता का रोता है।।
बेटी का पालन करना ही,
कर्म बड़ा सब कर्मों से।
सम्मान बड़ा है बेटी का,
सदा सभी इन धर्मों से।।
जो सकल जगत की है जननी,
मान न उसका होता है।
क्यों आज सुता की चिन्ता में,
हृदय पिता का रोता है।।