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Dr Lakshman Jha "Parimal"Author of the Year 2021

Inspirational

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Dr Lakshman Jha "Parimal"Author of the Year 2021

Inspirational

“ बदलता भारत “

“ बदलता भारत “

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नसीहत दिया फजीहत किया !

ना माना कभी,परेशान किया !!

बेवजह सर को झुकाना पड़ा !

चाहत को दिलसे हटाना पड़ा !!


मूक दर्शक बन के देखते रहे !

मुसीबतों को हम झेलते रहे !!

योजनायें रोज ही बनती रही !

मंहगाईयां रोज ही बढ़ती रही !!


निरीह को सदा कुचला गया !

देशद्रोह वह यहाँ बनता गया !!

कायर को कहते यहाँ वीर हैं !

गाँडीव में कटुता के तीर हैं !!


सद्भावना विलुप्त हो गया !

द्वेष घृणा ही अब रह गया !!

प्रेम से एक भारत बनाओ !

स्वर्णअक्षरों मे नाम लिखाओ !


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