बढ़ती उम्र जिंदगी के नए रंग
बढ़ती उम्र जिंदगी के नए रंग
जिंदगी एक सफर है सुहाना।
यहां कल क्या हो किसने जाना।
इसीलिए बंदे जितनी भी जिंदगी है तू अच्छी तरह से जी ले
ऐसा मेरा मन कहता जाए।
समय का पहिया चलता जाए, उमरिया हमारी बढ़ती जाए।
जोश को ना हम कम होने देंगे
उम्र भले ही कितनी ही बढ़ जाए।
बढ़ती उमरिया बहुत कुछ सिखाती जाए।
जो हम अपनी जिंदगी और स्वास्थ्य के प्रति रहेंगे जागरूक
तो परेशानी भले कोई भी आ जाए।
उससे हम हिम्मत से लड़ जाएं।
अपने आप को बेचारा कभी ना कहलाए।
बहुत जी ली है जिंदगी हमने औरों की शर्तों पर
अब हम अपनी जिंदगी की बागडोर हम खुद संभाले।
कभी ना अपने आप को बेचारा समझे।
आज भी अपने उसी जोश खरोश के साथ में हम खड़े हैं जहां हम पहले खड़े थे।
हमारी आवाज में आज भी वही दम है जो पहले था।
और आज भी हमारी इज्जत वही है जो पहले थी।
आशा हम किसी से रखते नहीं अपने बलबूते पर जिंदगी को हम चलते हैं ।
बढ़ती उम्र का कोई अफसोस नहीं जितनी जिंदगी है उसको खुशी से चलाते हैं ।
चलते रहेंगे ईश्वर का साथ हम कभी छोड़ते नहीं तो याद करने का तो सवाल ही नहीं होता है ।
याद तो उसी को करा जाता है जिसको हम भूल जाते हैं।
तो हमारे ईश्वर साथ है तो हमको कोई चिंता नहीं।
बढ़ती उम्र का हमको कोई अफसोस नहीं यह हमको और ज्यादा जानकार बनाती है।
तजुर्बेदार बनती है।
हम अपना तजुर्बा लोगों पर थोपते नहीं।
बिन मांगी सलाह हम किसी को देते नहीं।
जिंदगी को अपनी तरह से जीते हैं किसी की शर्तों पर नहीं।
यह राज है हमारी खुशनुमा जिंदगी का जिसको हम कभी छोड़ते नहीं।
जीवन में मानवता को अग्रणी स्थान है उसको हम कभी जाने देते नहीं।
अहिंसा परमो धर्म हमारा सिद्धांत है।
जैन धर्म के हम हैं अनुयाई उनके महा व्रतों का हम पालन करते हैं।
जियो और जीने दो के सिद्धांत में हम मानते हैं।
और अपनी जिंदगी को अच्छी तरह चलाते हैं ।
बढ़ती उम्र का हमको कोई अफसोस नहीं
उसको हम बहुत प्यार बहुत खुशी-खुशी जी जाते हैं।
जिंदगी नए-नए रंग दिखाती जाए।
जीवनसाथी के साथ नई केमिस्ट्री बनवाती जाए ।
बढ़ती उम्र के साथ हम अपनी जिंदगी जीते जा रहे हैं।
अपनी रोज के अनुभव आपके साथ साझा करते जा रहे हैं।
नई-नई टेक्नोलॉजी को हम अपनाते जा रहे हैं।
जिंदगी को सरल बनने जा रहे हैं।
इसी कारण हम आपके साथ जुड़े हुए हैं।
उसका हम लाभ लेते जा रहे हैं।
