बापू-गरीबों के अधिकारी
बापू-गरीबों के अधिकारी
याची तुम सहयोगी तुम,
सत्य अहिंसा के पुजारी तुम,
जीवन तपमय किंचित न भय,
मजदूर किसान गरीबों के अधिकारी तुम,
इतिहास के स्वर्णिम पन्नों में नाम तुम्हारा है,
बापू के आदर्शों से सब में भाईचारा है।(१)
नफरत को मिटाने वाले,
सबको सद्मार्ग दिखाने वाले,
स्वदेशी के अग्रदूत तुम,
चरखे को चलाने वाले,
कर्म तुम्हारे महान राष्ट्र ने पिता पुकारा है,
बापू के आदर्शों से सब में भाईचारा है।(२)
स्वराज का देखा सपना सच हो गया है,
रामराज्य का सपना पूरा करना है,
स्वस्थ सुंदर स्वच्छ हो अपना भारत,
सपनो को हमे अमर करना है,
जिन सपनो को पाने खातिर जीवन तुमने वारा है,
बापू के आदर्शों से सब में भाईचारा है।(३)
जाति पाति को दूर किया,
भेदभाव भी मिटना था,
आत्म विश्वास हममें भरपूर किया,
साम्प्रदायिकता हटना था,
तुम्हारे पदचिन्हों पे चलने का संकल्प हमारा है,
बापू के आदर्शों से सब में भाईचारा है।(४)
स्वच्छता हमारा परम कर्तव्य,
प्रयोग करें सब शौचालय,
डटना कर्म पथ हो निर्भय,
धरती हरी भरी सुन्दरमय,
परिधान हरा हो धरती का प्रदूषण से पाना छुटकारा है,
बापू के आदर्शों से सब में भाईचारा है।(५)