बालवाड़ी स्कूल में विद्यार्थी जीवन कापहला दिन
बालवाड़ी स्कूल में विद्यार्थी जीवन कापहला दिन
बालवाड़ी का पहला दिन छोटा बस्ता, स्लेट, बत्ती, माँ की सीख, प्यार की गठरी।
रोए ज़रा, फिर मुस्काए, ज्ञान की राह पर कदम बढ़ाए।
मस्ती की थी, शरारत भी, पर पढ़ाई से न मुँह मोड़ा।
गुरुजन का सम्मान किया, संस्कारों का दीप जोड़ा। अ
न्याय से ना डरना सीखा, सच के पथ पर चलते जाना।
गलत राह को कभी न चुनना, हर मुश्किल से लड़ते जाना।
दोस्त वही, बातें वही, यादों की मीठी सौगात।
वो बचपन की मासूम हँसी, दिल में रहे दिन और रात।
