"अवतार"
"अवतार"
ले लो फिर अवतार।
कन्हैया जी,
ले लो फिर अवतार।
लोगों के व्यवहार बदल गये,
नीति न्याय सदाचार बदल गये।
फैलो भ्रष्टाचार कन्हैया जी,
ले लो फिर अवतार।
सत्य-न्याय पै, चले न कोई,
आदर, धरम मर्यादा खोई।
महंगाई की मार कन्हैया जी,
ले लो अब अवतार।
रक्षक ही भक्षक अब हो गये,
पूजा पाठ, पुराने हो गये।
कौन लगे है पार कन्हैया जी,
ले लो अब अवतार।।
