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अंजनी कुमार शर्मा 'अंकित'

Abstract

4.5  

अंजनी कुमार शर्मा 'अंकित'

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यह संपूर्ण ब्रह्माण्ड ॐ है,

हर शब्दों का नाम ॐ है।

सनातन का गर्व ॐ है,

हम सबका धर्म ॐ है।


ऊर्जाओं का स्त्रोत ॐ है,

जीवन का भी सूत्र ॐ है।

सब मंत्रों का सार ॐ है,

धरती, नभ, पाताल ॐ है।


हर रोगों की दवा ॐ है,

पानी, भोजन, हवा ॐ है।

श्रद्धा और विश्वास ॐ है,

हर विपदा में आस ॐ है।


शक्ति का संचार ॐ है,

जीवन का भी सार ॐ है।

वेद, पुराण व शास्त्र ॐ है,

विपदा में ब्रह्मास्त्र ॐ है।


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