अस्तित्व
अस्तित्व
पता नहीं
पारस लोहा को सोना बनाता
कि नहीं बनाता, लेकिन
कभी किसी को
कोई ऐसा मिल जाता है
जिसके सम्पर्क में
आने से बदलाव हो जाता है
बस कोई संत किसी डाकू से पूछे
मैं ठहर गया तुम कब ठहरोगे ?
पता नहीं
पारस लोहा को सोना बनाता
कि नहीं बनाता, लेकिन
कभी किसी को
कोई ऐसा मिल जाता है
जिसके सम्पर्क में
आने से बदलाव हो जाता है
बस कोई संत किसी डाकू से पूछे
मैं ठहर गया तुम कब ठहरोगे ?