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Dr Lakshman Jha "Parimal"Author of the Year 2021

Inspirational

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Dr Lakshman Jha "Parimal"Author of the Year 2021

Inspirational

“अपनी आवाज”

“अपनी आवाज”

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आखें भला कब तक मूँदें रहोगे

कब तक भला अपने कानों में 

ठेपियाँ लगा के रखोगे ?

कभी तो तुम्हें आवाज़ लगानी होगी

आखिर तुम मूक कब तक बने रहोगे ?

संस्कृति ,सभ्यता ,धरोहर और इतिहास पर 

हम प्रहार करने नहीं देंगे !

विध्वंशक प्रवृतिओं को 

इस पवन भूमि में पनपने नहीं देंगे !!

आज एक देश सिर्फ विश्व के देशों को 

अपनी उँगलियों में नचा रहा हैं !

सबों को नतमस्तक करबाने के लिए

आयात पर टेर्रिफ लगा रहा है !!

आज विश्व नरसंघार को देखकर भी 

अपनीआँखें मूँद लिया है !

मासूम बच्चों के क्रंदन को सुनकर भी 

अनसुना कर दिया है !!

आखें भला कब तक मूँदें रहोगे ?

कब तक भला अपने कानों में 

ठेपियाँ लगा के रखोगे 

कभी तो तुम्हें आवाज़ लगानी होगी !!

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डॉ लक्ष्मण झा परिमल

साउंड हैल्थ क्लीनिक

एस 0 पी 0 कॉलेज रोड

दुमका

झारखंड

28.08.2025


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