अपना देश
अपना देश


अपना देश तो अपना देश है,
मगर लोग मानते हैं,
हम यहाँ के भी नहीं,
हम वहाँ भी नहीं,
क्या सच है ?
हम यहाँ के भी है,
हम वहाँ के भी है,
दोनों जहाँ के माहौल से,
नाता रखते हैं हम !
हम होली भी खेलते हैं,
हम हलोविन भी मनाते हैं,
दोनों त्योहार की मजे,
मस्तीसे लूटते हैं हम !
भारत को क्यों भुलाए भाई,
अमेरिका से प्यार करते हैं हम,
ईंडियन अमेरिकन बनकर,
सर उठाके चलते हैं हम !
गुजराती मातॄभाषा क्यों छोड़े,
हिन्दी राष्ट्र्भाषा से प्यार करते हैं हम,
अंग्रेजी में बात करके अपने,
खयाल गोरों को बताते हैं हम !
संपूर्ण शाकाहारी हैं हम,
प्याज टमाटर की ग्रेवी बनाते हैं हम,
लहसुन अदरक डाल के बढ़िया,
खाना बनाके गोरों का दिल जीतते हैं हम !
अपने तौर तरीके क्यों भूले,
अमेरिका की रसमें अपनाते हैं हम,
प्यार से दोनों को मिला के,
जीवन व्यवहार चलाते हैं हम !
देखादेखी से जोजन दूर,
ईर्ष्या कभी किसी से नहीं,
अपने में मस्त रहकर,
जीवन नैया चलाते हैं हम !
अपने तौर तरीके क्यों भूले,
अमेरिका की रसमें अपनाते हैं हम,
प्यार से दोनों को मिलाके,
जीवन व्यवहार चलाते हैं हम !
देखा देखी से जोजन दूर,
ईर्ष्या कभी किसी से नहीं,
अपने में मस्त रहकर,
जीवन नैया चलाते हैं हम !
शर्ट पहनें या
जीन्स पहनें,
खुद को आयने में देखते हैं हम,
स्निकर्स पहन कर ट्रेडमिल पर,
दौड़ लगाते हैं हम !
डॉनट भी खाया और डोसा भी खाया,
खिचड़ी कढ़ी गोरों को भी खिलाया,
पिज़्ज़ा, नाचो,
समोसे खाके मौज उड़ाते हैं हम !
गर्मी भी प्यारी बर्फ भी प्यारा,
एरकन्डीशन और हिटर दोनों अपनाया,
खिड़की से सूरज को देख,
उनकी भव्यता के शुक्रगुजार हैं हम !
भारात बारबार जाते हैं,
आक्वागार्डका पानी पीते हैं,
भेलपुरी और पानी पूरी बिसलरी में,
बनवाकर मौज उड़ाते हैं हम !
'ओफ्फ' लगाया 'मच्छर' पास न आया,
खुजली तो आती नहीं,
क्रीम लगा के अपने,
आपको सहलाते हैं हम !
फकीरों का पेट भरा,
डॉलरका रूपिया किया,
नौकरों को ईज्जत देकर,
काम करवाते हैं हम !
संडास की तो बात ही क्या,
दोनों से रिश्ता जोड़ा,
जहां जो मिला काम चलाते हैं हम,
हम यहाँ के भी है,
हम वहाँ के भी है,
हम त्रिशंकु नहीं बड़े उस्ताद हैं हम !
दोनों जहाँ की खूबियाँ पहचानी,
अच्छाईयों का लाभ उठाया,
अपने जीवन को रसमय बनाते हैं हम !
अमेरिका में पैदा हुए बच्चों को,
प्यार से संस्कार देकर,
असलियत दिखाकर,
होशियार बनाते हैं हम !
मोर के अंडे है पींछी और,
रंग की जरूरत क्या ?
अपने आपके साथ,
गोरों का पकड़कर हाथ,
अनमोल जीवन की,
मंजिल तय करते हैं हम !