अकेली नहीं हो तुम......
अकेली नहीं हो तुम......
वो बोली.....
उम्र में दो साल छोटे हो,
बोला करो दीदी हमें !
मैं बोला....
अकेली नहीं हो तुम....
न ही ये कहानी का अंत है।
चला आ रहा है सदियों से,
कसम से, ये तो अनंत है।
कैसे समझाऊं उसे
चाहत, फितरत और दिल की,
कोई उम्र नहीं होती !
