अजब सी कहानी
अजब सी कहानी
अजब सी कहानी है तेरी मेरी,
कुछ नई, कुछ पुरानी, है अलबेली।
हमारी तुम्हारी रज़ामंदी तो
लॉक डाउन की भेंट चढ़ी
मिलना तुमसे है दूर अब
बस यादें ही यादें बढ़ी।
पल पल कटे कैसे ये दिन
हर दिन की कोई मजबूरी खिली।
अजब सी कहानी है तेरी मेरी,
कुछ नई, कुछ पुरानी, है अलबेली।
बार बार मुहूर्त देखें
शायद तुमसे मिलना हो जाये
इस उम्मीद से कहीँ
मन में हिलोरें ही लहरायें
मन सात समुद्र पार पहुँचे
पर कर के इश्क़ की गली।
अजब सी कहानी है तेरी मेरी,
कुछ नई, कुछ पुरानी, है अलबेली।
