ऐ मेरे मन
ऐ मेरे मन
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ऐ मेरे मन तू क्यों इतना हो रहा उदास है,
सुख की आस में क्यों तू आज हताश है,
जीवन में आने वाला मौसम बदल जाएगा,
हर रात के बाद एक सुखद सवेरा आएगा,
कल-कल करती नदियों की शीतलता को देख,
आएगी खुशियाँ तेरा जीवन फिर से महक जाएगा II