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Prashant Beybaar

Romance

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Prashant Beybaar

Romance

आसमाँ है वो मिरा, मैं बन के इक तारा फिरूँ

आसमाँ है वो मिरा, मैं बन के इक तारा फिरूँ

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आसमाँ है वो मिरा, मैं बन के इक तारा फिरूँ

कहकशाँ में डूबता, मैं बन के सय्यारा फिरूँ

मुद्दतों से ढूँढता उसको, मैं बंजारा फिरूँ

ऐ मेरे दिल ये बता, मैं क्या करूँ मैं क्या करूँ।



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