आसमाँ है वो मिरा, मैं बन के इक तारा फिरूँ
आसमाँ है वो मिरा, मैं बन के इक तारा फिरूँ
आसमाँ है वो मिरा, मैं बन के इक तारा फिरूँ
कहकशाँ में डूबता, मैं बन के सय्यारा फिरूँ
मुद्दतों से ढूँढता उसको, मैं बंजारा फिरूँ
ऐ मेरे दिल ये बता, मैं क्या करूँ मैं क्या करूँ।

