आँसू की तरह
आँसू की तरह
आँसू की तरह ना बहाओ जिंदगी
हर पल न खुद को कष्ट देते रहो,
आँसू होते है अनमोल इनको संभाल लो,
कद्र जिनको हो उनके लिए बहाना इनको,
वो इनको मोतियों की तरह संभाल लेंगे,
एक पल भी ना तुझको रोने देंगे,
तेरे लिए जो हर पल जीते होंगे
उनकी खुशी के लिए ना इनको बहाओ तुम
ये दुनिया तेरे आँसुओं पर हँसेगी
तुझे और दर्द बस दर्द देती रहेगी,
जीवन मिला है अनमोल दुःख सुख सब मिलेंगे,
अपने आँसुओं को भी तुम छुपा लो हँसी के फ़ौवारों से,
कभी किसी को एहसास भी ना होने देना अपने दर्द का,
अपने हमारे जैसे भी हो पर हमारी हँसी उनको चुभती है,
दर्द में हमारे वो खुश होंगे पर हंसी उनको खटकेगी,
अपनो से गैर वो कभी कभी अच्छे होते जो आँसुओं को
हँसी में बदलते हैं ।
