ख़्वाबों के पन्ने इस पानी से जो गल जायें बात तो तब बने जब आँसुओं के साथ कुछ सपने भी बह जायें यूँ जो... ख़्वाबों के पन्ने इस पानी से जो गल जायें बात तो तब बने जब आँसुओं के साथ कुछ सपन...
कभी किसी को एहसास भी ना होने देना अपने दर्द का, कभी किसी को एहसास भी ना होने देना अपने दर्द का,
बताओ कैसे करूं भरोसा तुझ पे भाग जाऊँ कहीं दूर तुझसे बताओ कैसे करूं भरोसा तुझ पे भाग जाऊँ कहीं दूर तुझसे
नारी अपने आँसुओं को केवल, अपने तकिये पर निचोड़ देती है। नारी अपने आँसुओं को केवल, अपने तकिये पर निचोड़ देती है।
घर की हर चौखट पर बिखरी होती है सभी की इच्छाएँ घर की हर चौखट पर बिखरी होती है सभी की इच्छाएँ
ओढ़ जामा इश्क़ का झूमूँ सदा बनके अमृत प्रीत सी झरती रहूँ। ओढ़ जामा इश्क़ का झूमूँ सदा बनके अमृत प्रीत सी झरती रहूँ।