बताओ ना
बताओ ना
बताओ अब कैसे करूं मैं प्यार तुझे
दिल की सुन के आगे बढ़ जाऊँ
या पीछे देख कर रुक जाऊँ फिर से।
बताओ कैसे कहूँ खुद को
की भूल जाना है तुझको
खुद के दिल के टुकड़ों को समेटूं
या किसी और की बाँहों मैं चली जाऊँ।
बताओ कैसे करूं भरोसा तुझ पे
भाग जाऊँ कहीं दूर तुझसे
या तुझे ही फिर से तोड़ने दूं मुझे।
बताओ कैसे मनाऊँ खुद को अब
की नहीं मनाओगे तुम इस बार
आँसुओं से भीग जाऊँ
या किसी और का सहारा लूँ ।
बताओ कैसे तुझे छोड़ दूँ
मेरा प्यार मज़ाक था
या किसी और ने हाथ थाम लिया।
चलो मान लेते हैं लकीरे साथ नहीं थी इस बार
पर बताओ ना
एक बार और प्यार कर पाओगे किसी और से?