आखिर क्यों?
आखिर क्यों?
आखिर क्यों एसा होता है
जिस पर्यावरण में हम जीते हैं
उसीको क्यों कलुषित करते है ।
क्या है यह भावनाएं
क्यों नहीं समझ पाते हैं,
पर्यावरण है अस्तित्व हमारा
फिर भी क्यों हम इससे मुकरते हैं।
पर्यावरण है धरोहर हमारा
सुरक्षा भी कर्तव्य है,
सृष्टि की अगर करनी है रक्षा
तो इसे भी बचाना है।
