आज की बेटी शेरनी
आज की बेटी शेरनी
आजकल घर परिवार में बहुत सी ज़िम्मेदारिया ऐसी होती हैं जो लड़कियों को लड़कों की तरह निभानी होती हैं । दरअसल कभी लड़के जोब के चलते या कुछ निजी कारणों से मां - बाप से दूर रहते हैं , अलग रहते हैं ।ऐसे में अगर लड़की कहीं दूर नहीं रहती तो माता - पिता के प्रति उसकी ज़िम्मेदारी बनती है । माता - पिता का सहारा बनती है लड़कियां । ज़रूरी नहीं कि लड़के ही माता - पिता की देखभाल करें , आज लड़कियां भी माता - पिता की देख भाल करती हैं , उन्हें अपने पास रखती हैं । अगर हमारी लड़कियों स्ट्रांग होंगी तो ज़माने से अपने हक की लड़ाई लड़ सकेंगी ।
आज का समय ऐसा है कि लड़कियां बिल्कुल भी सुरक्षित नहीं है , छोटी - छोटी मासूम बच्चियां रेप का शिकार हो रही हैं ,
वैसे तो आज के माता - पिता बहुत जागरूक हैं , बेटियों को बैड - टच , गुड - टच की शिक्षा , आत्मरक्षा की शिक्षा देते हैं , और ये आवश्यक भी है , हमें बेटियों को हालात से लड़ना , कैसे भी हालात आए उनका मुकाबला करना , आत्मनिर्भर बनना , उनके दिल में जोश भरना , किसी भी हालात में डरना या घबराना नहीं , सिखाना चाहिए ।
इसके साथ बेटियों को अपने हक के लिए आवाज उठाना किसी से ना डर के बेधड़क अपनी ज़िंदगी जीना और किसी से ना डरना सिखाना है , तभी तो कहलाएंगी हमारी बेटियां शेरनी ।
सभी बेटियों को शुभकामनाएं 🌹🌹