आईना है ज़िंदगी
आईना है ज़िंदगी
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आदत है मुझे हमेशा उजालों में रहने की..
अँधेरा डराता है मुझे..
कहीं कोई भेड़िया अचानक से आ न जाये
तार-तार न कर दे इस जिस्म के..
छलनी न कर दे कोई कहीं
रूह मेरी..
रुसवा न हो जाये कहीं ज़िंदगी मेरी..
सच में ये अँधेरा डराता है मुझे..