आए दिन बहार केहो तु
आए दिन बहार केहो तु
ए दिन बहार के मोहब्बत इंतजार के
सुना-सुना सा लगता है दिन कैसे गुजारु तेरे बिन
दो चार पल अपने तुमसे गुजारु जाने मन
"आए दिन प्यार के मौसम निखार के
आए दिन बहार के मोहब्बत इंतजार के।
फुलों जैसी नाजुक हो तुम खिलता गुलाब हो तुम
चांद हो तू पूनम का मेरे दिल कि धड़क हो तुम
आए दिन दीदार के तेरे मेरेे इख्तयार के
आए दिन बहार के मोहब्बत इंतजार के !
