आदत
आदत
"जब आदत हो मुस्कुराने की,
एक प्रकृति को पाने की,
दुखी मन को सहराने की,
तब बनकर उभरता है इतिहास, सरस स्वभाव और प्रवृति में बदलाव!
हो प्रयास जब आदत में,
सस्ती बन जाए हर चीज,
वक्त की लकीरें बदल जाए,
आदत जब जरूरत बन जाए!
स्वच्छ आदत को व्यवहार बनाए,
जो आदत जीने का सलीका सिखाए,
प्रकृति के साथ जो चले हर पल,
यही आदत व्यक्तित्व को सबसे अच्छा, व ताकतवर बनाए!
दिन को आनंद से,
हर पल को समय से,
साधन को कारक से,
ओर जीवनशैली को आदत से सुलभ बनाए!