70 के बाद
70 के बाद
पढ़ाई नोकरी मकान शादी
बच्चे सारी उम्र गुज़र गयी
अब बुढ़ापे के इस दौर में
मुझे जी भर के जी लेने दो
मौत आने वाली हैं
अब ना कहना बुढ़ापे में शर्म कर लो
सारी उम्र दूसरों के लिए जिया हूँ
सबकी ख्वाहिशें पूरी की हैं
दिन रात मेहनत की हैं
मुझे मेरी चाहते पूरी करने दो
अब ना कहना बुढ़ापे में शर्म कर लो
प्रभु का नाम क्या जपना
उससे ऊपर मिलने जाना है
दांत गिर गए हैं बाल गिर गए हैं
इससे पहले की मैं गिर जाउ ऊपर उठ जाऊं
मुझे मनमानी करने दो
अब ना कहना बुढ़ापे में शर्म कर लो।