खूबसूरत
खूबसूरत
मेरा जीवन नहीं होता बगैर प्यार के
ढूंढ़ता रहा एक खूबसूरत को
देखा था एक दिन चाँदनी की तरह सूरत को
सोचा था प्यार करने के रास्ते को।
आ गया प्यार का मौसम
एक दिन हो गया प्यार का रिश्ता
नजारे से बन गया प्यार करने की बात
सोचा था हुआ, मिल गई एक मंज़िल की लड़की।
गली-गली में फिरा प्यार के वास्ते
ढूंढ़ता रहा हूँ एक खूबसूरत को
बोलता दिल की बात दर-दर पर
फँस गया नज़ारों की बातों से।
एक दिन हो गया रिश्ता पक्का
हो गई शादी मेरी प्यारी महबूब से
दिन गुजर गये प्यार में, मोहब्बत में
बुड्ढे प्रेम की यात्रा में।।