वासंती प्रेम
वासंती प्रेम
चलो अफवाहों के किस्से दरकिनार करते हैं।
जिंदगी को रंगों से रंगीन करते हैं।
केसरिया रंग त्याग का।
देश का कुछ नाम करते हैं।
सफेद रंग से शांति का अध्याय लिखते हैं।
हरे रंग की कमी खलती है।
हर दिन, हर पल पेड़ पौधों की बलि चढ़ती है।
आओ क्लोरोफिल बढ़ाते हैं।
बादलों से वर्षा लाते हैं।
माना संवेदनाओं का पलड़ा खाली है।
मर्म का ताप जाली है, लेकिन
आशाओं का पलडा भारी है।
इंद्रधनुषी छटा निराली है।
काले रंग पर इंद्रधनुष भारी है।
आओ जीवन सतरंगी करते हैं।
प्रेम की परिभाषा लिखते हैं।
