नम्रता
नम्रता
नम्रता का भाव जीवन में,
बहुत जरूरी होता है।
क्योंकि इस भाव को रखने,
से घमंड भाव नहीं पनपता है।
ये दुनिया एक ही मालिक,
का एक बड़ा परिवार है।
मानव जीवन उस मालिक,
का दिया एक बड़ा उपहार है।।
इस जीवन में जब हम,
नम्रता भाव अपनायेंगें।
छोटे-बडे़ की खाई को मिटाकर,
सबको सम्मान दे पायेंगे।।
यह देखने को हमेशा मिलता है,
फलों से लदा वृक्ष झुका होता है।
इस बात से यही संदेश मिलता है,
गुणकारी मानव नम्र ही होता है ।।
आओ हम भी फलों से लदा,
वृक्ष जैसा ही बन जाए।
नम्रता का पात्र बनकर,
चारों ओर प्रेम भाव फैलाए।।
