सैनिक
सैनिक
सरहद पर खड़े सैनिक, सर पे कफन बांध,
मातृभूमि सौगंध उनकी, मातृभूमि है जान,
खुद की उन्हें फ़िक्र कहाँ देश के लिए जीते,
डिगते नहीं फ़र्ज़ से, खड़े रहते सीना तान।
छोड़ आते हैं देश के लिए, घर बार अपना,
देश के लिए मर मिटेंगे, लेकर यही सपना,
अनसुनी कर आते हैं ये, अपनों की पुकार,
जब मातृभूमि के प्रति होता, फ़र्ज़ निभाना।
नज़र दुश्मनों पर इनकी, दिल में हिंदुस्तान,
जीवन के अनंत रंगों में एक रंग है पहचान,
खाकी वर्दी में जंग लड़े, तिरंगा बने कफ़न,
हर सैनिक के दिल का, होता यही अरमान।
शौर्य की मिसाल सैनिक दिल में है फौलाद,
देशप्रेम के पंछी ये, हैं दुश्मनों के लिए आग,
सिंघम है हर सैनिक मात देते हैं दुश्मनों को,
देख इनके साहस को, दुश्मन जाते हैं भाग।
गोली खाकर भी ये, दुश्मन के लिए चट्टान,
हटते नहीं पीछे, जब तक है जिस्म में जान,
अनगिनत गोलियों की बौछार सह जाते हैं,
पर कम ना होने देते कभी, तिरंगे की शान।
ज़िंदगी एक सैनिक की नहीं होती आसान,
भूख प्यास, नींद सांँसो का करते बलिदान,
देश की अमन शांति का पहरेदार है सैनिक,
देश के लिए जीता है देश के लिए ही कुर्बान।
