हम कमज़ोर नहीं
हम कमज़ोर नहीं
अपनी आँखों को साफ करो
बहते हुए आँसू को पोछ दो,
रोते कमजोर लोग है हमेशा
हम वीर है इस देश के,
रो कर खुद को कमजोर
नही करना है हमको ,
चाहे जो भी कर ले दुश्मन
टूटना नही है हमको कभी ,
भावनात्मक रूप से टूट कर
मनसूबे दुश्मन के पूरे नही करने,
वो हमको भावनात्मक तोड़ रहा
नही हमको टूटना नही है कभी भी ,
कितना दर्द दे दो हमको तुम
विचलित नही होंगे हम ,
तुम चाहते हो गुस्से में हम वो करे,
जो नुकसान दे दे हमारे अपनों को ,
तो सुनो दुश्मन तुम कान खोल
ये मनसूबे नही होंगे पूरे कभी भी,
हम टूटेंगे नही हालात कैसे भी हो
हम धैर्य से मुकाबला करेंगे तुम्हारा ।
हम माँ भारती की संतान है ,
जो न झुकी कभी न झुकेगी ।।