यह देश है मेरा
यह देश है मेरा
नन्हीं कलियाँ पेट में
दम छोड़ रही है.
आज भी देश के लोग
इलाज के बैगेर मर रहे हैं.
अनदेखे अनचाहे गर्भ
कूड़ेदान में मिल रहे हैं.
देश के भविष्य बच्चे
हाथ फैला कर भीख माँगते हैं.
महिला लड़कियों पर अत्याचार
गांव, शहर, घर में हो रहे हैं.
जात-पात के नाम पर आज भी
आदमी संग घर तक जल रहे हैं.
तरक्की की बुलंदियाँ
देश मेरा छू रहा है.
फुटपाथ पर आज भी
देश मेरा सो रहा है.