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FORAM. R. MEHTA

Inspirational

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FORAM. R. MEHTA

Inspirational

नवरात्र की उमंग

नवरात्र की उमंग

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मन अति प्रसन्न है,

नवरात्रि की उमंग है ।

माँ का आशिष अखंड है, 

माँ का अस्तित्व नवखंड में है ।


हर्ष, उत्कर्ष,स्नेह दो,

दया,करुणा,सत्य दो,

रिद्धि, सिद्धी,संपूर्णता दो,

विद्या, बुद्धी,सम्मान दो ।


अन्न,धन,कृपा बरसे अपार,

दरस ख़ातिर अधिर सब बाल।

सुख,शांति,हरएक के पास हो,

हर्षित, पुलकित संसार हो ।


मुश्किलों से निकालों माँ,

प्रेम, धर्म, मानवता फैलाओ माँ।

एकमात्र सत्य का प्रमाण माँ,

शत् शत् वंदन चरण में माँ ।



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