कल हो न हो
कल हो न हो
कल हो ना हो, कोई नहीं जानता,
इसलिए दोस्तो अपने आज में जिओ।
कल शायद मौत दस्तक दे दे,
इसलिए आज को यादगार बनाते हुए जिओ।
कल शायद दिन देखने को ही ना मिले,
इसलिए आज को मुस्कुराते हुए जिओ।
अरे छोड़ दो साथ दो पल के अपनों का,
बल्कि हमेशा साथ निभाने वालों के साथ जिओ।
इस ज़िन्दगी को यारो खुल के जिओ,
कल में नहीं आज में जिओ।
जो पल है वो भी वक़्त के साथ गुजर जाएगा,
कल पछताना ना पड़े इसलिए इस पल में जिओ।
ये वक़्त और अपने बहुत खूबसूरत हैं,
इस वक़्त की खूबसूरती बढ़ाते हुए जिओ।
अपनों के साथ हँसते रहो,
और एक-दूसरे में खुशियां बाँटते हुए जिओ।
पल भर की ज़िन्दगी में मत देखो ऊँचे सपने यारो,
पर हाँ, जितना है उस में दिल खोल कर जिओ।
नहीं संभालेगी कभी ये बदलती दुनिया तुम्हें,
पर तुम तो खुद को संभालते हुए जिओ।
वक़्त आया, वक़्त रुका, वक़्त गया,
पर तुम तो इस वक़्त को समेटे हुए जिओ।
ये वक़्त और अपने पलट कर नहीं आयेंगे,
इसलिए इस खूबसूरत वक़्त और अपनों को दिल में बसाते हुए जिओ।
नहीं मिलेगी ये ज़िन्दगी दुबारा यारो,
इसलिए तुम अपनी ज़िन्दगी को हसीन बनाते हुए जिओ।
रूठे को मानते हुए जिओ,
रोते को हँसाते हुए जिओ।
हार को जीत बनाते हुए जिओ,
सपनों को सच बनाते हुए जिओ,
ज़िन्दगी की यादें समेटे हुए जिओ,
पर याद रहे यारो, कल में नहीं अपने आज में जिओ।।
