दादीमाँ
दादीमाँ
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मेरी प्यारी दादीमाँ
तुमसा ना है कोई यहां।
तुम हो मेरा सारा जहान,
नहीं कर सकती तुम्हें शब्दों में बयान।
तुम हो मेरी आन,
तुम हो मेरा अमान।
तुम हो मेरा गुमान,
तुमसे एक बार फिर मिलना, है मेरा अरमान।
रोज़ सपनों मे देखती हूं तुम्हें,
रोज़ सपना टूट जाता है।
कब आओगी सामने मेरे,
यही सोच सोच के एक और दिन गुजर जाता है।
वही चाँद सा चेहरा, वही फूल सी मुस्कान,
रखूंगी सदा तुम्हें दिल में, बनाके अपनी शान।
