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Bhawna Kukreti

Abstract Drama Romance

4.0  

Bhawna Kukreti

Abstract Drama Romance

जरूरी तुम्हारा होना।

जरूरी तुम्हारा होना।

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मुझे तुम्हारा

चाँद नही होना,

में बस वो एक जुगनू

हो जाना चाहती हूँ

जो नीम अंधेरे में

दिखे तो तुम्हारे अंदर

खुशी की

इक झलक उभरे।

मुझे तुम्हारा

दरिया भी नहीं होना

मैं वो बस एक घूँट

हो जाना चाहती हूं

जो बियांबां में

सूखे हलक को

राहत देने को काफी हो।

मुझे तुम्हारा

मेयार भी नहीं होना

मैं वो बस एक

आम हो जाना चाहती हूँ

जो तुम्हे अर्श से

फर्श पर लाने से रोकने

का बायस हो।

मुझे तुम्हारा

आशना भी नहीं होना

मैं वो बस एक

कंधा हो जाना चाहती हूं

जो तुम्हे मयस्सर रहे

हर अश्क़ को

संभाल लेने को।

मुझे तुम्हारा

आईना भी नहीं होना

मैं वो बस एक

अहसास हो जाना चाहती हूँ

जो नरमाई से संभाले

तुम्हे तुम्हारी

कश्मकश पर।

मुझे तुम्हारा

कुछ भी 'जरूरी' नहीं होना

मुझे जरूरी बस

'तुम्हारा' होना।


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