मोहब्बत
मोहब्बत
मोहब्बत
अकेले नही
किसी के
साथ मिलने
से होती है ।
आँखो ही
आँखो में
बात होती है।
दो दिलो
की जब
धड़कने
बढती है ।
दो दिल
मिलते है ।
मोहब्बत
हो जाती है ।
मोहब्बत
बड़ी अजीब है
कैसी दिखती है ।
रूप न रंग न
कोई आकार
दिखता है ।
बस दो दिलो मे
आभार होता है ।
दो प्रेमियो की
मोहब्बत का
यही रूप होता है ।