चंद्र...
चंद्र...
*चंद्र*
चंद्र स्वार्थी है
कमाल का ...
प्रतिशत 'ब्रोकरेज'
महंगा है उसका बहुतही...
लेकर सूरज से प्रकाश
केवल सात प्रतिशत
देता है पृथ्वी को...
बाकी बची ९३ प्रतिशत किरणगणना
नहीं पूछता सूर्यभी उससे
कई युगों से ...
मगज प्रेमियों का गुंतवाकर
साध लेता है ये
उसका सीधा व्यापार...
कठीण गणित का सरल सूत्र
केवल शक्य कर लिया है उसने ...
और हम झिंगते हैं
'मूनलाइट' के मंद प्रकाश में
करते हुए उसकी प्रशंसा
भर्ती अभियान के दौरान ...!