सोड हेवेदावे (अभंग क्र.४२)
सोड हेवेदावे (अभंग क्र.४२)
सोड हेवेदावे | चांगले वागावे |
आनंदी रहावे | सदाचिया ||
नको करू गर्व | नको अहंकार |
जळाजळी फार | कशापायी ||
आत्मा परमात्मा | नांदे तिथे देव |
आनंदी तू ठेव | सदानंद ||
जळकी ती वृत्ती | काय रे कामाची |
वाढ मीपणाची | होत असे ||
चार दिवसाचे | आपण प्रवासी |
काय जगलासी | विचारांती ||
सोड हेवेदावे | माणुसकी दाव |
कशाला ते नांव | ठेवे कुणी ||
क्षणभंगुर हे | जीवन माणसा |
नाही ना भरोसा | जीवनाचा ||
चांगले विचार | चांगले आचार |
खरा शिष्टाचार | शोध जरा ||
सोड हेवेदावे | आनंदाने जगा |
उगीचच त्रागा| कशापायी ||
मिनू म्हणे आता | सोड हेवेदावे
आनंदी जगावे | माणसाने ||