विवशता
विवशता


तीस साल की नौकरी कर चुकने के बाद,रमाकांत को अपने ही शहर में वरि पुलिस अधीक्षक बनकर आने का अवसर मिला था।यहां आने पर उन्हें आम्रपाली का ख्याल आया।
आम्रपाली शहर के जानेमाने सेठ जानकी दास का होटल था।इस होटल में कालगर्ल आती थी। पुलिश इस बात को जानती थी।लेकिन जानकी दास की ऊंची पहुँच के केेकारण पुलिश की हिम्मत छापा डालने की नहीं होती थी।
रमाकांत निडर, ईमानदार और किसी का दबाव न मानने वाले सख्त अफसर थे।इसलिए साल छ महीने से ज्यादा कंही न टिक पाते।बार बार ट्रांसफर की वजह से पत्नी बच्चे कभी साथ नहीं रखे।
एक दिन वििश्ववास पात्र पुलिस वालो के साथ होटल पर छापा मारा। शहर के सफेद पोश औऱ कॉलेज के लड़के लडकिया रँगरेली मनाते पकड़े गए।
सफल छापे के बाद भी वह कोई कारवाई नहीं कर पाए। ऐसा किसी दबाव या सीीफारिस की वजह से नहीं हुआ। बल्कि
उनकी बेटी भी किसी लड़के के साथ उस छापे में पकड़ी गई थी।