सवाल कब तक?

सवाल कब तक?

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 साहिल से सुमा ने कहा," साहिल मेरी शिफ्ट होने लगी है आफिस मे ,अब.हम दोनो को बस इतवार ही मिलेगा मिलने को।कुछ महिनो के लिए। 


 अरे !तुमने मुझे बताया क्यों नहीं?नौकरी छोड़ दो सुमा ऐसे कैसे चलेगी ये जिंदगी? साहिल ने तेज आवाज मे कहा। क्या कह रहे हो साहिल? मैंने इंजीनियरिंग की और नौकरी छोड़ने के लिए नहीं की है ,।मैंने शुरू से ही सोचा था कि मैं नौकरी करूंगी और केवल शिफ्ट बदलने की वजह से तुम मुझे नौकरी छोड़ने के लिए कह रहे हो। तुम्हारी भी तो शिफ्ट चलती है, मैंने तो तुम्हें कभी नहीं कहा नौकरी छोड़ने के लिए। सुमा तुम बहुत बोलने लगी हो, तभी तो नौकरी पेशा वाली लड़की लेनी नहीं चाहिए। केवल जवाब देना आ गया है ।साहिल तुम गलत बातें करोगे तो मैं चुप नहीं रहूंगी और मैं नौकरी नहीं छोडूंगी। और सुमा ऑफिस के लिए निकल गई ।


अब साहिल जब देखो सुमा पर शक की निगाह से बातें करता ।इतनी रात तक अभी तुम वही हो ?साहिल तुम्हें पता है मेरा टाइमिंग क्या है ?मैं उससे पहले नहीं निकल सकती। तुम फोन करके लड़ाई की बातें मत करो ।वैसे ही हमें कम समय मिलता है जब बोलते हो कड़वा ही बोलते हो ।तुम घर आओ तब बात करते हैं ,साहिल ने जोर से फोन पटक दिया ।अब यह रोज का ही किस्सा हो गया था जब से रात की शिफ्टशुरू हुई थी ।पहले सुबह सुबह जाती शाम के 6:00 बजे आ जाती थी ,तब वह घर को अच्छे से संभाल रही थी ।साहिल को यह लगता था ।


पर सुमा अगर उसकी रात की शिफ्ट होती तो सुबह काफी काम करके निकलती और अगर उसकी सुबह की शिफ्ट होती तो शाम को सारा कुछ करके तैयार रखती पर साहिल को यह समझ नहीं आ रहा था। साहिल को बस उसकी रात की शिफ्ट अच्छी नहीं लग रही थी। साहिल की रोज-रोज का टोकना. अच्छा नहीं लगता सुमा को ।सुमा कहने.लगी ,मुझे गलत समय पर तुम फोन करते हो।बस एक बार करा करो दस बार करने की जरूरत मिटिग होती है तभी फोन नही उठा पाती। नही खाली होऊँगी तो मैं मैसेज या फोन से करके तुम्हें बता दूंगी क्या सिचुएशन है ?

अच्छा तुमने जब तुम ने शादी की थी तो यह सोचकर करी थी ना कि इंजीनियर है लड़की। और वह नौकरी करेगी तो आप भी चाहते थे ना!सुमा ने साहिल से पूछा। नौकरी करना हां पर मुझे नहीं पता था कि शिफ्ट में काम करना पड़ेगा और देर रात को तुम आओगी ।मैं आती हूं तो मेरी कम्पनी की बस मुझे छोड़ने आती है ।मैं कोई अकेली सड़कों पर नहीं आती हूं ।इसलिए इतना डरने की जरूरत नहीं है साहिल बार बार सवाल पूछता कि किसका फोन था?कौन तुम्हारे साथ आ रहा है ?

 हर बार बताती हूँ कोई हो या ना हो साथ। पर .ये भी ..पता तो है तुम्हे पूरा बस से स्टाफ आता है। अच्छा लड़ाई झगड़ा बंद करो, मुझे बहुत नींद आ रही है, मैं सोने जा रही हूं । अगले दिन साहिल फिर शुरू हो गया लड़ाई करने के लिए तुम इतनी रात को किस से बात कर रही हो अरे हाँ.!सौरव का फोन आया था ।उसे कुछ फाइल नहीं मिल रही उसकी रात की शिफ्ट है और मेरी जो सुबह की थी तब ली थी। रात को कॉल करने से क्या मतलब है ?साहिल वह बॉस् को देनी थी फाइल। उसके लिए रात नही आफिस मे शुरूआत है ।उसे देनी थी इसलिए वह फाइल में ऑफिस की ड्रॉ में रखा आई हूं,पर उसे नहीं पता था।उसका फोन बंद था किया था मैने बताने के लिए।बोलकर बाहर आ गयी वो बिना मतलब की बात को आगे नही बढाना चाहती थी।


 यह फालतू के बहाने बंद करो। घर पर ध्यान दो। घर पर तो तुम्हारा ध्यान रहता नहीं है ।क्या ध्यान नहीं रहता ?सब कुछ करके जाती हूं मैं घर आ काम।और आकर फिर सब कुछ करती हूं ।तुम कितनी मदद करते हो ?तुम यह देखो अपने को । दोनों की लड़ाइयां शुरू हो गई थी ।सुमा का रहना मुश्किल हो गया था। कब, किससे बात कर रही हो ?क्यों बात कर रही हो ?

कैसे बात कर रही हो ?कब आ रही हो? कब जा रही हो ?घर में काम क्यों नहीं किया? घर गंदा क्यों पड़ा है? खाना क्यों नहीं बना ?उसके सिर में दर्द होने लगा था ,सोच सोच कर कि अब साहिल क्या कहने वाला है कि साहिल को बिना लड़ाई के कोई बात याद ही नहीं आती। थी। जरा जरा सी बात पर लडने लगा था ।मानसिक तनाव से गिर गई थी सुमा ।ऑफिस में भी उसका मन नहीं लग रहा था ।और नौकरी छोड़ना वह चाहती नहीं थी ।इतनी बड़ी डिग्री हासिल करके अपने पापा ,मम्मी की मेहनतकी कमाई ,उनकी इच्छा बेटी पैरो पर खडी हो।ये सोचकर घर नहीं बैठना चाहती थी और झगड़े बढ़ते ही जा रहे थे ।उस दिन सुमा आने जब साहिल ने गुस्सा किया तो सुभा ने कहा ,मैंने तुमसे कभी नहीं पूछा तुम कितने बजे आते हो? क्यों आते हो? क्यों देर से आते हो ?केवल एक पत्नी की तरह मैं पूछती थी कि आज लेट क्यों हो गए ?पर तुम्हारे पूछने का तरीका ही बहुत गलत है जैसे कोई शक की निगाह से देखता हो या रिश्तो में अगर यह संदेह आ जाता है ना साहिल, तो रिश्ते टूट जाते हैं ।और हम दोनों के बीच में ऐसा कुछ भी प्यार जैसा रहा नहीं है ।

हर बात पर झगड़ा, मैं तंग आ गई हूं ।अब मैं सीता माता नहीं हूं कि इतनी बड़ी अग्निपरीक्षा देती रहूं ।कि हर रोज मुझे तुम्हारी हर एक परीक्षा से गुजरना पड़ेगा कि अब साहिल क्या कहेगा? और अब मुझे साहिल को क्या जवाब देना है ?मैं थक गई हूं और मैं अब जा रही हूं अगर तुम्हें लगे कि तुम सुधर सकते हो और तुमने जो किया वह गलत किया ।

पति पत्नी का रिश्ता प्यार और विश्वास की बुनियाद पर टिका होता है।एक बार शक का कीडा मन मे आ जाए तो रिश्ता बिखर जाता है ।मेरे से गुस्से से बात करके ,मेरे मुझ से नाराजगी दिखाकर अगर तुम्हें महसूस होता है की तुम गलत थे । तो तुम मुझे लेने आ जाना और अगर तुम्हें यह सब बिल्कुल महसूस नहीं होता कि तुमने क्या किया है? तब तुम अपने रास्ते और मैं अपने रास्ते। अब मैं सीता माता की अग्नि परीक्षा नहीं दूंगी मैं बोलूंगी क्योंकि मैं सही हूं। 





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