शिर्डी रिटर्न्स
शिर्डी रिटर्न्स
मॉर्निंग टाइम था,हम शिर्डी से वापस आ रहे थे, सड़क पर ज्यादा गाड़िया नहीं थी। मेरा भाई स्लो ड्राइव कर रहा था। वहा लाइन से काफी सारे रेस्टोरेंट्स थे। एक 22-24 साल का लड़का रोड के बीचो बीच खड़े होके, गाड़ियों को अपने होटल के तरफ मुड़ने के लिए हाथ से इशारे किये जा रहा था। चेहरे पर मुस्कान, एक्टिव बॉडी लैंग्वेज, एक एनर्जी और रिदम के साथ, काफी मजे से हैंड मूवमेंट्स कर रहा था।उस्के मूवमेंट्स, एक्ससिटेमेंट और एनर्जी देख भाई भी एक्साइट होकर उसीकी रिदम मै हैंड मूवमेंट्स करके उसे रिप्लाई दिया हमे लेफ्ट नही स्ट्रैट जाना है। भाई की हैंड मूवमेंट्स देखके वो हँसने लगा और थम्सआप दिखाया। और हम सब भी हँसने लगे। ऑलमोस्ट ५ मिनट्स तक हम लोग हँसे जा रहे थे।
बहोत ही साधारण चप्पल और कपड़े पहने हुआ था। पर जिस ग्रेस, ज़िंदादिली और ख़ुशी से वो अपन काम करा रहा था , मानना पड़ेगा उसको। न कोई झिझक, ना कोई शर्म और ना अफ़सोस अपने काम पर। वैसे तो हम कई लोग देखते है ऐसे, जो कोई भी काम करते है और उन्हें कुछ फरक नही पड़ता दुनिया क्या सोचती है। पर इसके चेहरे पर मुझे वो रूड़नेस नही बल्कि इनोसेंस दिखा।
वो छोटासा इंसिडेंट मुझे एक सिख दे गया, काम चाहे जो भी हो, उसे एन्जॉय करना चाहिए। उसे दिल से और मजे से करना चाहिए। हमें कितना कुछ मिलता है लाइफ में फिर भी हम रोते रहते है, अपने काम को कोसते रहते है। हमेशा रोते रहना या फिर कोसते रेहना ज़िन्दगी नही है। अगर कभी अपना जॉब ख़राब या मुश्किल लगे तो जो जवान बॉर्डर पे बन्दुक लेके खड़े है उनके जॉब के बारे मे सोचो, जो बिचारे हमारे गटर, नाले साफ करते है बिना किसी शिकायत के उनके बारे में सोचो, जो सेल्समेन धुप, बारिश मै गली गली घूमते है उनके बारे मै सोचो, अपनी जॉब बुरी नही लगेगी। अपने काम की पॉजिटिव साइड देखो, काम को एन्जॉय करो, खुश रहो, तब देखना लाइफ हैप्पी लगेगी और सारी दुनिया अच्छी लगेगी । और यही ख़ुशी दूसरो के साथ बाटना मत भूलना।
लव लाइफ। लीव लाइफ !